
उत्तर प्रदेश पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गो अनुसंधान संस्थान, मथुरा द्वारा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अभिजित मित्र की अध्यक्षता एवं मार्गदर्शन में दिनांक 25 सितंबर 2025 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की 109वी जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, श्री धर्मपाल सिंह, मा. पशुधन मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार ने भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली को नमन करते हुए, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी को नमन किया तथा उनके द्वारा अंत्योदय के द्वारा समाज के अंतिम पायदान तक बैठे व्यक्ति तक योजनाओं को पहुंचने वाले महान व्यक्तित्व को श्रद्धांजलि प्रस्तुत की । उन्होंने कहा कि कृषि एवं पशुपालन एक दूसरे के पूरक हैं । अतः हमें पशुपालन को बढ़ावा देते हुए, पशुपालकों को नवीन तकनीकी गांव-गांव तक पहुंच कर उन्हें पशुपालन हेतु प्रेरित करना चाहिए । जिससे हमारे प्रदेश में पशुपालन को बढ़ावा मिल सके। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि, श्री कमल कौशिक, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, उत्तर प्रदेश ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जीवनी पर प्रकाश डाला । उन्होंने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का जन्म दीनदयाल धाम, नागला चंद्रभान, फरह, मथुरा में हुआ था। पंडित जी ने हाई स्कूल में जीरो सहयोग प्रारम्भ किया। उन्होंने अन्त्योदय विचारधारा के द्वारा समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास योजनाओं को पहुंचाने का विचार दिया। उन्होंने बताया की पंडित जी देश को एकात्मक मानववाद विचारधारा दी । वे एक समावेशित विचारधारा के समर्थक थे तथा एक मजबूत और सशक्त भारत का निर्माण चाहते थे। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ. मित्र ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी को याद करते हुए, विश्वविद्यालय का इतिहास एवं कार्यशैली प्रस्तुत किया । उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय का नाम, ऐसे महान व्यक्तित्व के नाम पर रखा जाना, हमें गर्व की अनुभूति कराता है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है जिसमें विश्वविद्यालय के 46 छात्रों-छात्राओं, कर्मचारियों तथा संकाय सदस्यों द्वारा रक्तदान किया। इस अवसर पर श्री नरेंद्र शर्मा, क्षेत्र प्रचारक, राष्ट्रीय सेवक संघ सहित विश्वविद्यालय के समस्त अधिष्ठाता, निदेशक, शिक्षक तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।