आज दिनांक 25 फरवरी 2021 को कृषि विज्ञान केंद्र मथुरा द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन परियोजना के अंतर्गत कॉलेज विद्यार्थी जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया । यह कार्यक्रम सर्वोदय महाविद्यालय चौमुहां, मथुरा में आयोजित किया गया जिसमें 100 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया तथा फसल अवशेष प्रबंधन पर जानकारी प्राप्त की। यह कार्यक्रम कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डॉ एस के मिश्रा के दिशा निर्देशन में किया गया जिसमें डॉ मिश्रा जी द्वारा विद्यार्थियों को बताया गया की मथुरा में किसान फसल अवशेषों में अक्सर आग लगाते थे जिससे पर्यावरण को प्रदूषित होता ही था साथ ही साथ पोषक तत्वों का भी नुकसान होता था, जो बहुत ही परेशानी का सबब बनता जा रहा था इसके साथ ही भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा संज्ञान लिया गया और मथुरा को फसल अवशेष प्रबंधन परियोजना के अंतर्गत चयनित किया गया जिसमें कृषि विज्ञान केंद्र मथुरा द्वारा कई कार्यक्रम चलाए गए और किसानों को जागरूक करके मथुरा जिले में इस बार पराली की घटनाएं न के बराबर हुई है , और किसान अपनी पराली को खेत में मिलाकर मृदा की उर्वरता को बढ़ा रहे हैं केंद्र के वैज्ञानिक डॉ वाई.के. शर्मा द्वारा फसल अवशेष को खेत में मिलाने से होने वाले लाभ व उर्वरा शक्ति के बारे में बताया तथा जलाने से पर्यावरण प्रदूषण होता होता है साथ ही साथ पोषक तत्वों का भी नुकसान होता है केंद्र के वैज्ञानिक डॉक्टर ब्रजमोहन द्वारा बताया गया खेत के अंदर जीवांश की मात्रा कम होने के कारण सब्जियों फलों एवं अन्य फसलों में स्वाद व गुणवत्ता की बहुत ही कमी आई है जो की फसल अवशेषों की खाद मिलाने से बढ़ाई जा सकती है केंद्र के वैज्ञानिक डॉ रविंद्र कुमार राजपूत द्वारा बताया गया कि फसल अवशेष की मशीनों का सरकार द्वारा अनुदान पर देय हैं जो 50% से लेकर 80% तक की छूट पर हैं किसान इसको आसानी से खरीद कर अपने खेतों की पराली का प्रबंधन कर सकते हैं। महाविद्यालय चौमुहां, मथुरा के प्राचार्य डॉ राजकुमार सिंह द्वारा विद्यार्थियों को इस तरह के कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने एवं जानकारी प्राप्त करने हेतु बताया गया जिसके अंतर्गत फसल अवशेष पर निबंध लेखन, चित्रकला एवं वाद-विवाद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। निबंध लेखन प्रतियोगिता में कुमारी साधना प्रथम, राहुल डागर द्वितीय ,माधुरी शर्मा को तृतीय पुरस्कार दिया गया। इसी तरह चित्रकला प्रतियोगिता में कुमारी हर्षिता सिसोदिया को प्रथम, हेमलता को द्वितीय , वर्षा रानी को तृतीय पुरस्कार दिया गया ।वाद-विवाद प्रतियोगिता के अंतर्गत ज्ञान दीप कुमार को प्रथम पुरस्कार, प्रहलाद पांडेय को द्वितीय व पवन कुमार पांडेय को तृतीय पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र दिए गए कार्यक्रम में महाविद्यालय के 100 से अधिक विद्यार्थियों ने फसल अवशेष प्रबंधन परियोजना के बारे में जानकारी प्राप्त की ।