November 25, 2024
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फसल अवशेष प्रबंधन जागरूकता अभियान दिनांक 11/10/2021

फसल अवशेष प्रबंधन पर गांव स्तरीय जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया

उत्तर प्रदेश पंडित दीन दयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवम गो अनुसंधान संस्थान मथुरा के अधीन कार्यरत कृषि विज्ञान केंद्र मथुरा द्वारा आज दिनांक 11 अक्टूबर 2021 को माननीय कुलपति महोदय प्रोफेसर जी के सिंह एवं डॉ एस के मिश्रा वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष केवीके मथुरा के निर्देशानुसार गांव अजनौठी विकासखंड छाता जिला मथुरा में फसल अवशेष प्रबंधन परियोजना के अंतर्गत ग्राम स्तरीय कृषक जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया कार्यक्रम की अध्यक्षता गांव के कृषक श्री श्री लक्ष्मी नारायण सिंह जी द्वारा की गई । कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ वाई के शर्मा द्वारा किसानों को बताया गया कि किसान भाई पराली को खेत में मिलाएं तथा खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ाएं एवं अपनी पराली में बिल्कुल भी आग ना लगाएं जिससे पर्यावरण प्रदूषित होता है एवं आवश्यक पोषक तत्वों का नुकसान होता है । कृषि विभाग के बीटीएम श्री नीरज गुप्ता द्वारा बताया गया कि फसल अवशेष हमारे खेत के लिए भोजन का काम करते हैं जो कि खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के साथ-साथ उसमें उत्पादित उपज की गुणवत्ता को भी बढ़ाते हैं इसी क्रम में डॉक्टर रविंद्र कुमार राजपूत मृदा वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा बताया गया कि 1 टन पराली को खेत में मिलाने पर 5.5 किलोग्राम नत्रजन , 2.3 किलोग्राम फास्फोरस ,25 किलोग्राम पोटाश, 1.2 प्रोग्राम गंधक के अलावा आवश्यक मात्रा में सूक्ष्म पोषक तत्व सूक्ष्मजीव होते हैं जो खेत की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने में काम आते हैं ।
1 टन पराली में आग लगाने से 3 किलोग्राम सूक्ष्म कणों के भाग, 60 किलोग्राम कार्बन मोनोऑक्साइड गैस, 1460 किलोग्राम कार्बन डाइऑक्साइड गैस , 199 किलोग्राम राख , 2 किलोग्राम सल्फर डाइऑक्साइड गैस अलावा विभिन्न तरह का प्रदूषण होता है जो हमारे शरीर में आंखों में फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है । फसल अवशेष प्रबंधन की कई मशीनें हैं जो किसानों को अनुदान पर देय हैं जिनके द्वारा किसान पराली को आसानी से खेत में मिला सकते हैं तथा वेस्ट डिकम्पोजर द्वारा कम समय में पराली को सड़ा कर आगामी फसल बोई जा सकती है यह मशीनें हैप्पी सीडर, सुपर सीडर, जीरो टिलेज मशीन, श्रम मास्टर मल्चर , रिवर्सिबल एमबी प्लाऊ जो किसानों को 80% तक अनुदान पर देय हैं । गांव के किसान उन्होंने जागरूकता कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया एवं खेती किसानी पशुपालन एवं बागवानी से संबंधित अपनी शंकाओं का समाधान भी किया गांव चंदौरी से श्री राजेश गांव के श्री हेतराम रमेश विष्णु साहब सिंह तू ही राम राज वीर तेजा संतोष अंकित शर्मा आदि सहित 92 किसानों ने भाग लिया।